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वर्षा ऋतु पर निबंध 2025 – प्रकृति का अनुपम वरदान

वर्षा ऋतु पर निबंध 2025

वर्षा ऋतु पर निबंध 2025

वर्षा ऋतु पर निबंध 2025 – प्रकृति का अनुपम वरदान

वर्षा ऋतु पर निबंध – जीवनदायिनी और सुंदर ऋतु

भूमिका (Introduction)

वर्षा ऋतु, जिसे बारिश का मौसम भी कहा जाता है, भारत की सबसे प्रतीक्षित और जीवनदायिनी ऋतुओं में से एक है। यह ऋतु ग्रीष्म ऋतु के बाद आती है और प्रकृति को शीतलता और हरियाली से भर देती है। भारत जैसे कृषि प्रधान देश में इसका विशेष महत्व है।


वर्षा ऋतु कब आती है?

भारत में वर्षा ऋतु मुख्यतः जून से सितंबर तक रहती है। मानसून की शुरुआत दक्षिण भारत से होती है और धीरे-धीरे यह पूरे देश में फैलती है। इसी समय खेतों में बुवाई होती है, नदियों में जल स्तर बढ़ता है और प्राकृतिक संतुलन स्थापित होता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध 2025


वर्षा ऋतु का प्राकृतिक सौंदर्य


वर्षा ऋतु के लाभ

  1. कृषि के लिए अत्यंत लाभकारी – फसलें उगाने में सहायता मिलती है

  2. जल स्रोतों की पूर्ति – नदियाँ, कुएँ, झीलें आदि भर जाते हैं

  3. पर्यावरण शुद्ध होता है – धूल और प्रदूषण घटता है

  4. गर्मी से राहत मिलती है – तापमान में गिरावट आती है

  5. जल जीवन का आधार बनता है – वर्षा से जल संकट कम होता है

वर्षा ऋतु पर निबंध 2025


वर्षा ऋतु की चुनौतियाँ

इनसे बचने के लिए सावधानी और व्यवस्था की आवश्यकता होती है।


निष्कर्ष (Conclusion)

वर्षा ऋतु प्रकृति का एक अनुपम उपहार है। यह न केवल पृथ्वी को जीवन देती है, बल्कि हमें प्राकृतिक सौंदर्य, ताजगी और संतुलन का अनुभव कराती है।
हमें इस ऋतु का आनंद लेते हुए इससे जुड़ी चुनौतियों के प्रति भी सजग रहना चाहिए।

“जल है तो जीवन है – वर्षा ऋतु इसका सच्चा प्रमाण है।”


FAQs

Q1: वर्षा ऋतु कब आती है?
A: वर्षा ऋतु जून से सितंबर तक भारत में रहती है।

Q2: वर्षा ऋतु का क्या महत्व है?
A: यह कृषि के लिए लाभकारी होती है, जल स्रोत भरती है और गर्मी से राहत देती है।

Q3: वर्षा ऋतु में कौन सी सावधानियाँ रखनी चाहिए?
A: बारिश में भीगने से बचें, साफ पानी पिएं, और मच्छरों से बचाव करें।

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